डी हयूस खाने वाली करनाल की गाय ने 62 ली/प्रतिदिन दूध देकर देशभर में रचा कीर्तिमान

13 March 2019
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हरियाणा दूध के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। गाय से दूध निकालने वाली इस प्रतियोगिता में पंजाब व अंबाला सहित अन्य राज्यों व जिलों से आई बड़ी संख्या में डेयरी किसानों व उनकी गाय ने हिस्सा लिया था

वर्तमान में देश में अधिकतर आबादी विशेषकर गांव के निवासियों के आय का मुख्य स्त्रोत कृषि एवं पशुपालन है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग आज भी खेती व पशुपालन संबंधी व्यवसाय में संलग्न रहते हैं। पशुपालन में प्रमुखतः डेयरी व्यवसाय अधिक आमदनी देने वाला व्यापार माना जाता है। ग्रामीण भाई-बहन गाय व भैंस के जरिए दूध प्राप्त करते हैं। दुधारू पशुओं के लिए सबसे आवश्यक है उन्हें संतुलित आहार देना। कई बार पशुपालकों द्वारा पर्याप्त मात्रा में आहार नहीं खिलाये जाने से पशुओं की दुग्ध उत्पादकता की क्षमता बेहद कम हो जाती है।




डेयरी किसानों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए डी हयूस का उत्पाद क्रांतिकारी साबित हुआ है। डी हयूस के बेहतर व गुणवत्तायुक्त फीड का ही नतीजा है कि हरियाणा में आयोजित हुई एक प्रतियोगिता में हमारे फीड का उपयोग करने वाले किसान ने कीर्तिमान रचा है। दरअसल करनाल निवासी सुनील महला डेयरी किसान है जो अपनी गाय को डी हयूस का फीड नियमित तौर पर खिलाते हैं। हाल ही में 8-10 मार्च को हरियाणा में सम्पन्न हुई मिल्किंग प्रतियोगिता में डी हयूस का फीड लेने वाली गाय ने एक दिन में 62 लीटर प्रतिदिन दूध देकर राष्ट्रीय स्तर पर नया रिकॉर्ड बनाया है।



हरियाणा दूध के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। गाय से दूध निकालने वाली इस प्रतियोगिता में पंजाब व अंबाला सहित अन्य राज्यों व जिलों से आई बड़ी संख्या में डेयरी किसानों व उनकी गाय ने हिस्सा लिया था। पिछले बार ये रिकॉर्ड 52 लीटर प्रतिदिन का ही था। प्रतियोगिता में चैंपियन रहे सुनील ने बताया कि वो डी हयूस का फीड गायों को खिलाकर न केवल अच्छी मात्रा में दूध प्राप्त कर रहे हैं बल्कि इसे बेचकर अधिक मुनाफा भी कमा पाने में सक्षम हैं। श्री सुनील जी को डी एफ़ ए (करनाल)द्वारा चेक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।